उत्तर प्रदेश: भारत में नमक आयोडाइज़ेशन मुहीम के एक अग्रणी टाटा सॉल्ट ने उत्तर प्रदेश में एक नया विज्ञापन अभियान शुरू किया है। ‘हर नारंगी पैक टाटा नमक नहीं होता’ इस नयी टीवीसी में टाटा सॉल्ट जैसे दिखने वाले, नकली उत्पादों के बजाय असली, उच्च गुणवत्ता वाले टाटा नमक को चुनना महत्वपूर्ण होने पर प्रकाश डाला गया है। अभियान का उद्देश्य उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करना है कि वे टाटा नमक जैसे दिखने वाले उत्पादों के झांसे में न आएं और अच्छी तरह से देखकर, सोच-समझकर सही चुनाव करें।टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स की प्रेसिडेंट, पैकेज्ड फूड्स, इंडिया, सुश्री दीपिका भान ने कहा है, “नकली और जाली ब्रांड उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं। एक जैसे दिखने वाले ब्रांड्स में ऐसे लेबल होते हैं जो अक्सर टाटा नमक की तरह दिखते हैं और उपभोक्ता गलती से उन्हें उठा लेते हैं। वैक्यूम इवापोरेटेड टाटा नमक में जो लाभ और गुणवत्ता मिलती है वो इन नकली ब्रांड्स में नहीं मिल सकती। सही टाटा नमक को ही अपनाकर अपनी भलाई और स्वास्थ्य के लिए सही उत्पाद चुनने के बारे में दुकानदारों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए हमने उत्तर प्रदेश में यह नया 360-डिग्री मार्केटिंग अभियान शुरू किया है।”