हिमाचल। बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों कई बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में ज्यादातर बारिश के समय हादसे होते है। वहीं बुधवार को मणिकर्ण के चोज नाला में बादल फट जाने से भारी नुकसान हो गया। भारी बारिश होने से चोज नाले में बाढ़ आ गई, जिसमें चार लोगों के बह जाने की आशंका जताई जा रही है। बाढ़ से पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन रेस्क्यू टीम लेकर मौके पर पहुंच गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार बाढ़ में आने से रोहित निवासी सुंदरनगर मंडी, कपिता निवासी पुश्कर राजस्थान, राहुल चौधरी धर्मशाला और अर्जुन बंजार लापता हो गए हैं। इसके अलावा खेमराज के गेस्ट हाउस में मलबा घुस गया है, जिससे छह कमरे पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एक मछली फार्म और एक गोशाला समेत चार गउएं बह गई हैं। तीन कैंपिंग साइट तबाह हो गई हैं। जबकि हीरा लाल, लता देवी, पैना लाल के ढाबे नष्ट हो ग हैं। नानक चंद का मकान क्षतिगस्त हो गया है। इसके अलावा मणिकर्ण घाटी के मलाणा नाले में भी बादल फट गया है। वहां पर निजी प्रोजेक्ट के 30 कर्मचारियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि एक महिला का नाले से शव बरामद हुआ है। हालांकि सूचना मिलते ही चोज की और प्रशासन की टीम रवाना हो गई, लेकिन कसोल के समीप हुए भूस्खलन ने वाहनों की राह रोक दी। ऐसे में जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को पैदल ही चोज गांव की और रवाना होना पड़ा।
वहीं दो जेसीबी सडक़ से मलबा हटाने के काम में भी जुटी रहीं, लेकिन अग्निशमन विभाग के वाहनों के अलावा रेस्क्यू कार्य मे भेजे गए वाहनों को भी जाम में फंसना पड़ा। लोगों ने मरीजों को भी पीठ पर उठाकर दूसरी और पहुंचाया और वाहनों के माध्यम से उन्हें कुल्लू अस्पताल की ओर भेजा गया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह भी कसोल से पैदल चलकर गांव पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों के साथ भी मुलाकात की, वहीं एडीएम प्रशांत सरकेक ने बताया कि सडक़ को खोलने का काम लगातार जारी है और जल्द सडक़ को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। इसके अलावा मणिकर्ण घाटी के मलाणा नाले में भी बादल फट गया है। वहां पर निजी प्रोजेक्ट के 30 कर्मचारियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि एक महिला का नाले से शव बरामद हुआ है। हालांकि सूचना मिलते ही चोज की और प्रशासन की टीम रवाना हो गई, लेकिन कसोल के समीप हुए भूस्खलन ने वाहनों की राह रोक दी।
प्रशासन के अधिकारी पैदल ही पहुंचे चोज गांव
हिमाचल। जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को पैदल ही चोज गांव की और रवाना होना पड़ा। वहीं दो जेसीबी सडक़ से मलबा हटाने के काम में भी जुटी रहीं, लेकिन अग्निशमन विभाग के वाहनों के अलावा रेस्क्यू कार्य मे भेजे गए वाहनों को भी जाम में फंसना पड़ा। लोगों ने मरीजों को भी पीठ पर उठाकर दूसरी और पहुंचाया और वाहनों के माध्यम से उन्हें कुल्लू अस्पताल की ओर भेजा गया। भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह भी कसोल से पैदल चलकर गांव पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों के साथ भी मुलाकात की, वहीं एडीएम प्रशांत सरकेक ने बताया कि सडक़ को खोलने का काम लगातार जारी है और जल्द सडक़ को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।