लापरवाही के कारण फिर बहा
ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में साईं घाट पर गंगा में डूबी एक महिला का शव पांच दिन बाद बैराज जलाशय में नजर आया। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस और एसडीआरएफ को दी। शव का रेस्क्यू करने टीम पहुंची लेकिन तभी गेट खोल देने की वजह से शव बह गया। एसडीआरएफ की टीम शव की तलाश में जुटी है। 16 जून को कुम्हारबाड़ा की रहने वाली एक महिला जिसका नाम पूजा प्रजापति था, साईं घाट पर स्नान के लिए गई थी। तभी महिला ने एक बच्चे को गंगा में डूबते हुए देखा। महिला ने हिम्मत दिखाते हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए डूबते हुए बच्चे को तो बचा लिया लेकिन वह गंगा की तेज धारा में बह गई। एसडीआरएफ की टीम ने गंगा में महिला की काफी खोजबीन की लेकिन महिला का कुछ पता नहीं चला। आज बैराज जलाशय में महिला के परिजनों ने एक शव देखा, जिसकी उन्होंने पहचान भी कर ली। शव को निकालने के लिए पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद एसडीआरएफ को बुलाया गया। जैसे ही एसडीआरएफ की टीम पहुंची, तभी पलक झपकते ही शव गायब हो गया। मौके पर पहुंचे महिला के परिजनों ने बैराज जलाशय गेट पर तैनात कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि शव दिखने की सूचना सबसे पहले उन्होंने कर्मचारियों को दी थी लेकिन उन्होंने लापरवाही दिखाते हुए चौनल गेट को खोल दिया, जिस वजह से शव बह गया। महिला के परिजन शव की तलाश भीमगोड़ा बैराज तक कर चुके हैं लेकिन शव का कुछ भी पता नहीं चल सका।