देहरादून: तुलाज़ इंस्टीट्यूट ने केयर-ए-थॉन — कैंपस एक्शन फॉर रियूज़ेबल एसेंशियल्स (केयर) का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति जागरूकता फैलाना था। इसमें छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय समुदाय के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर (डॉ.) अनीता रावत, जो उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूएसईआरसी) की पहली महिला निदेशक हैं, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। पैनलिस्टों में सौख्यम रियूज़ेबल सैनिटरी पैड्स की प्रबंध निदेशक अंजु बिष्ट, अमृता हॉस्पिटल्स के सीआईओ प्रवीन बिष्ट, आई-रेज़ोनेट टेक्नॉलॉजीज़ प्रा. लि. की सीईओ मैत्रेयी शर्मा और यूपीईएस के रनवे इनक्यूबेटर (आईटीबीआई-डीएसटी) के सहायक निदेशक मोहित नागपाल शामिल रहे।
तुलाज़ इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. (डॉ.) शैलेन्द्र कुमार तिवारी, अतिरिक्त निदेशक प्रो. (डॉ.) निशांत कुमार सक्सेना, रजिस्ट्रार डॉ. विजय कुमार उपाध्याय, डीन (अनुसंधान एवं विकास) डॉ. सुनील सेमवाल और समन्वयक (अनुसंधान एवं विकास) डॉ. त्रिपुरेश जोशी सहित सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएँ कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
केयर-ए-थॉन के अंतर्गत तुलाज़ इंस्टीट्यूट ने सौख्यम और अमृता यूनिवर्सिटी के सहयोग से टेक एवं सोशल इनोवेशन चैलेंज का भी आयोजन किया। इसमें कुल 31 टीमों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 11 टीमों को दूसरे चरण के लिए चुना गया। इस प्रतियोगिता में यूपीईएस, आईटीएम, डीआईटी, यूआईटी, आईसीएफएआई, देवभूमि और तुलाज़ इंस्टीट्यूट जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की टीमों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में फिटनेस वॉक/रन, जागरूकता सत्र और इंटरैक्टिव अभियानों जैसी गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं, जिनका उद्देश्य शारीरिक स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व को उजागर करना था।
इस आयोजन का सफल संचालन डॉ. सुगम गुप्ता, दीपिका रावत, स्वाति जोशी और सौरभ सिंह ने किया।