टिहरी : जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल ने विकासखंड चंबा के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नागणी-जिजली स्थित रानीचौरी पंपिंग पेयजल योजना और चंबा पंपिंग पेयजल योजना की क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों की जानकारी ली। ईई जल संस्थान प्रशांत भारद्वाज ने बताया कि लगभग 500 मीटर लंबाई के करीब 25 पाइप क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इस पर कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है और अगले दो से तीन दिनों में क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति को सामान्य कर दिया जाएगा।
अतिवृष्टि और भूस्खलन से ग्रामीणों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। बागी-मठियाणा रोड के नीचे ग्राम जिजली में सोनू देवी और कुशलानंद के आवासीय भवनों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय को भी क्षति पहुंची है। इसी तरह सिल्ला सौंड़ तोक में भोला सिंह सहित तीन परिवारों के आंगन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कुछ भवन खतरे की जद में आ गए हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने मौके पर ही पटवारी को सभी प्रभावित भवनों की सूची तैयार करने और नियमानुसार पीड़ितों को तत्काल मुआवजा देने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जियो-लॉजिकल सर्वे करवाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के मकान सुरक्षित नहीं हैं, उनकी इच्छानुसार उन्हें किराए के भवनों में शिफ्ट किया जाएगा या फिर सरकारी आपदा राहत शिविरों में रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रभावित परिवार को बिना मदद के नहीं छोड़ा जाएगा और हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष चंबा शोभनी धनोला, ईई जल निगम एन. सेमवाल, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने सभी से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर कदम पर आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ा है।