एसएसपी ने एसओजी की गठित
देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा समेत सात आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक एसओजी भी गठित की गई है। ऐसे में जल्द कभी भी इन आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है। युवा क्रिकेटर आर्य सेठी के जान से मारने की धमकी और फिरौती मांगने के मामले में दून पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। वहीं, इस मामले में एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने एसओजी गठित कर दी है। एसएसपी देहरादून ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, पुलिस ने इस मामले में युवा क्रिकेटर आर्य सेठी और उसके पिता वीरेंद्र सेठी सहित एक गवाह के बयान भी दर्ज किये हैं। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि पुलिस की ओर से आरोपियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजे गए लेकिन कोई भी आरोपी बयान देने नहीं आये हैं। इसलिए एसओजी की टीम को इस मामले में लगाया गया और जो नामजद उनका पता करते हुए बयान लिया जाए और ज़रूरत पड़ने पर उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। उल्लेयनीय है कि यह विवाद बीते साल दिसंबर महीने का है। जब इंदिरा नगर कॉलोनी निवासी क्रिकेटर आर्य सेठी के पिता वीरेंद्र शेट्टी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बेटा आर्य सेठी उत्तराखंड के सीनियर क्रिकेट टीम का सदस्य है। 11 दिसंबर 2021 को राजकोट में विजय हजारे ट्रॉफी में अभ्यास मैच के दौरान टीम के कोच मनीष झा ने आर्य सेठी की पिटाई कर दी थी। ऐसे में आर्य सेठी ने इसकी शिकायत सीएयू के सचिव महिम वर्मा से की जिसके बाद महिम वर्मा ने इस संबंध में टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी से बात की। आरोप है कि इसके बाद तीनों ने आर्य सेठी को एक कमरे में बुलाया और उसे जान से मारने की धमकी दी। वहीं, जब इस संबंध में आर्य ने सीएयू सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए 10 लाख रुपए देने पड़ेंगे वरना आर्य सेठी का करियर बर्बाद कर देंगे।