टिहरी। पूर्णानंद स्टेडियम मुनिकीरेती, टिहरी गढ़वाल में जारी दस दिवसीय सरस मेला 2025 रंगारंग गतिविधियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गुलजार है। देशभर से आए 173 समूह इस मेले में अपनी कला, संस्कृति और उत्पादों की झलक प्रस्तुत कर रहे हैं। इनमें जनपद टिहरी गढ़वाल सहित उत्तराखंड के अन्य जनपदों के कुल 128 समूह तथा पंजाब, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, केरल, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ के 45 समूह शामिल हैं। यह मेला विविधता में एकता और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने का जीवंत उदाहरण बन गया है।
मेले के छठे दिन शनिवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल वरुणा अग्रवाल ने शिरकत की। उन्होंने मेले में प्रदर्शित उत्पादों और महिला स्व-सहायता समूहों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़े छोटे बच्चों ने बेबी शो में अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया। वहीं, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने पारंपरिक उत्तराखंडी परिधानों की प्रतियोगिता में भाग लेकर राज्य की समृद्ध लोकसंस्कृति की झलक प्रस्तुत की इसके अलावा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” विषय पर आयोजित नुक्कड़ नाटक ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। कलाकारों ने भावपूर्ण अभिनय के माध्यम से समाज को संदेश दिया कि बेटियों को शिक्षा और अवसर देकर ही एक सशक्त समाज का निर्माण संभव है।
कार्यक्रम में जेंडर समानता और घरेलू हिंसा जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा की गई। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाना ही सच्चे विकास का प्रतीक है। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।